दिल्ली कैपिटल्स के मोहित शर्मा का भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर सख्त आलोचना
दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज मोहित शर्मा ने हाल ही में आईपीएल 2025 से ठीक पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के एक बड़े फैसले की आलोचना की है।
बीसीसीआई की नयी पॉलिसी पर आलोचना
बीसीसीआई ने हाल ही में एक नई पॉलिसी बनाई जिसमें खिलाड़ियों के परिवार को विदेशी दौरों या टूर्नामेंट में स्थायी रहने की अनुमति नहीं दी गई थी। इस नियम को बोर्ड ने भारत की हार के बाद लागू किया था।
मोहित शर्मा ने इस नियम के खिलाफ अपनी आलोचना व्यक्त की और कहा, “परिवार के साथ रहना भी खिलाड़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कुछ चीजें हमारे नियंत्रण से बाहर होती हैं, लेकिन हमें इस पर ध्यान देना चाहिए जिन्हें हम नियंत्रित कर सकते हैं।”
विराट कोहली भी खिलाड़ियों के साथ सहमत
कप्तान विराट कोहली भी इस नई नीति के खिलाफ हैं। उन्होंने एक इवेंट में कहा था कि मुश्किल मैचों के बाद परिवार के साथ रहना बहुत महत्वपूर्ण है।
कोहली ने जोर दिया, “जब हमारे साथ कुछ अच्छा होता है तो हमें परिवार के साथ होना चाहिए ताकि हम उनके साथ अपनी खुशियां बांट सकें।”
नियम का विरोध जारी
मोहित शर्मा और विराट कोहली की तरह कई अन्य खिलाड़ी भी बीसीसीआई की इस नई नीति का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि खिलाड़ियों के लिए परिवार का साथ होना उनके लिए सहायक होता है।
भविष्यवाणी: खिलाड़ियों और बीसीसीआई के बीच इस मुद्दे पर और बहस जारी रह सकती है।
मोहित शर्मा की भावनाएं
मोहित शर्मा ने अपनी आलोचना में यह भी कहा कि खिलाड़ियों के लिए विदेशी टूर्नामेंटों में परिवार के साथ रहना मानसिक सहारा प्रदान करता है। खिलाड़ियों की जीवनशैली में तनाव और दबाव होता है, और इस समय में उनके परिवार का साथ उन्हें आत्मविश्वास और समर्थन प्रदान करता है।
विराट कोहली के दृष्टिकोण
विराट कोहली ने भी इस मुद्दे पर अपने दृष्टिकोण को साझा किया है। उन्होंने कहा है कि खिलाड़ियों के लिए परिवार का साथ होना उनकी मानसिक स्थिति को सुधारने में मदद कर सकता है। सफलता के बीच भी परिवार के साथ वक्त बिताना उन्हें नया जोश और ऊर्जा देता है।
बीसीसीआई की विचारधारा
बीसीसीआई की नई नीति का मकसद खिलाड़ियों की भविष्यवाणी करना है। वे चाहते हैं कि खिलाड़ियों को अपनी ध्यान केंद्रित करने के लिए विदेशी दौरों में अधिक स्थिरता प्राप्त करनी चाहिए। हालांकि, खिलाड़ियों के दिमाग में इस नियम का विरोध है क्योंकि उनके लिए परिवार का साथ उनकी भावनाओं को समझने और सामर्थ्य देने में महत्वपूर्ण होता है।
क्रिकेट के प्रभाव
क्रिकेट खेल के इस महत्वपूर्ण मुद्दे ने खिलाड़ियों के बीच विवाद का शिखर छू लिया है। जैसे ही खिलाड़ियों के अधिकार और उनकी भावनाएं समझने की बात आती है, उनकी प्रदर्शन क्षमता में सुधार देखने को मिल सकता है। इस विवाद ने खिलाड़ियों के अधिकारों और क्रिकेट मैदान में परिवार के महत्व को सामने लाया है।
इस प्रकार, क्रिकेट खेल ने एक बड़ा सामाजिक मुद्दा उत्पन्न किया है जिसे समझने के लिए विचारशीलता और समझदारी की आवश्यकता है। खिलाड़ियों के अधिकार और उनकी भावनाएं समझने के बिना, एक स्थिर और प्रदर्शन क्षमता से भरा टीम निर्माण करना संभव नहीं है।
भविष्यवाणी: आने वाले समय में इस मुद्दे पर और बहस हो सकती है और खिलाड़ियों के अधिकार को लेकर नये नीतियों की घोषणा हो सकती है।