ENG चैंपियंस ट्रॉफी नहीं जीत सकता क्योंकि…पूर्व क्रिकेटर ने कर दी भविष्यवाणी

मार्क बुचर ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बड़ी भविष्यवाणी की

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर मार्क बुचर ने आगामी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी टीम को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। उनका मानना है कि जोस बटलर की अगुवाई वाली इंग्लिश टीम इस टूर्नामेंट में नहीं जीत सकती क्योंकि उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले ज्यादा वनडे क्रिकेट नहीं खेला है।

इंग्लैंड की प्रदर्शन पर सवाल

इंग्लैंड ने हाल ही में हुए भारत दौरे पर तीन मैच की वनडे सीरीज खेली थी जिसमें उन्हें 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था। चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड अपने अभियान का आगाज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 फरवरी से करेगा।

इंग्लैंड के ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया के अलावा साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान की टीमें हैं। इस ग्रुप से ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका को सेमीफाइनल का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

बुचर की भविष्यवाणी

वनडे सीरीज में जोस बटलर की टीम ना तो बैट से और ना ही गेंद से खास प्रभाव डाल सकी, जबकि टीम में जो रूट, जोफ्रा आर्चर और फिल साल्ट जैसे बड़े नाम शामिल थे।

कई खिलाड़ियों ने अच्छा परफॉर्म किया, मगर वह कंसिस्टेंट नजर नहीं आए। मार्क बुचर ने बताया कि इंग्लैंड को चैंपियंस ट्रॉफी में टॉप टीमों का सामना करते समय वनडे क्रिकेट में कमी नुकसान पहुंचा सकती है।

बुचर का बयान

मार्क बुचर ने कहा, “पहले दो वनडे के दौरान मेरे दिमाग में जो पहली बात आई, वह यह थी कि 50 ओवर के फॉर्मेट में हमारा अधिकांश क्रिकेट कितना भोला-भाला है।”

उन्होंने जारी रखते हुए कहा, “गति को 50 ओवर के क्रिकेट में उतार-चढ़ाव की आवश्यकता होती है, जबकि 20 ओवर के क्रिकेट में इसकी आवश्यकता नहीं होती है।”

उन्होंने यह भी जाहिर किया कि खेल के प्रति जागरूकता केवल बहुत अधिक खेलने से ही आती है और टीम को इस पहले हार के बाद और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है।

इसके साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों को अब फिर से उस स्थिति में वापस आना होगा जहां उनकी कैप की संख्या भारत के खिलाड़ियों के मुकाबले कम है।

चैंपियंस ट्रॉफी: नई उम्मीदें और चुनौतियां

चैंपियंस ट्रॉफी एक महत्वपूर्ण क्रिकेट टूर्नामेंट है जो बहुत से देशों के क्रिकेट टीमों को एक-दूसरे के खिलाफ मुकाबला करने का मौका देता है। इस टूर्नामेंट में टीमों को अपनी क्षमता और ताकत को साबित करने का मौका मिलता है।

इस बार चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड की टीम को बड़ी उम्मीदें हैं, लेकिन उनके हाल ही में हुए वनडे सीरीज में कमजोर प्रदर्शन ने उन्हें काफी सवालों का सामना कराया है। चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड की टीम को जोस बटलर की अगुवाई में अपनी क्षमता साबित करने का मौका मिलेगा।

क्या हो सकता है इंग्लैंड के लिए बड़ा पहला हार?

मार्क बुचर ने वनडे क्रिकेट में इंग्लैंड की कमी को देखते हुए चैंपियंस ट्रॉफी में उनके लिए चुनौती देखी है। इंग्लैंड के खिलाड़ी अब अधिक मेहनत करने और अपनी क्षमता को साबित करने की जरूरत है ताकि वे इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।

चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड की टीम को ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों के साथ मुकाबला करना होगा, जिससे उन्हें अपनी ताकत का परीक्षण करने का मौका मिलेगा।

खेल की उतार-चढ़ाव और जागरूकता

वनडे क्रिकेट में गति और तकनीक बहुत महत्वपूर्ण होती है। खिलाड़ी को अपनी टीम के लिए योगदान देते हुए गेम प्लान को सही से समझना और उसके अनुसार खेलना आवश्यक है।

मार्क बुचर के बयान से स्पष्ट होता है कि इंग्लैंड की टीम को खेल में और भी अधिक जागरूक होने की जरूरत है। उनके अनुसार, टीम को 50 ओवर के फॉर्मेट में अधिक तैयारी और मेहनत करनी होगी ताकि वे चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।

इससे पहले हार के बाद, इंग्लैंड के खिलाड़ी को अपनी गलतियों से सीखने का मौका मिला है और वे इस टूर्नामेंट में अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे।

इस बार की चैंपियंस ट्रॉफी इंग्लैंड के लिए नई उम्मीदें और चुनौतियां लेकर आई है, और दरअसल यह टूर्नामेंट उनके लिए एक महत्वपूर्ण मौका हो सकता है जिससे वे अपनी क्षमता और दम को साबित कर सकते हैं।

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