विराट कोहली-रोहित शर्मा को लगा झटका, BCCI इस नियम में नहीं देगा ढील

भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को विदेशी दौरों पर परिवार को साथ लेकर जाने का नियम का खेल

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और उनके निजी जीवन साथी रोहित शर्मा के साथ, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक बड़ा निर्णय लिया है। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने बताया है कि वर्तमान नीतियों को बदलकर टीम के खिलाड़ियों को विदेशी दौरों पर अपने परिवार को साथ नहीं ले जाने का निर्णय लिया गया है।

भविष्यवाणी से पहले कोहली का बयान

हाल ही में विराट कोहली ने विदेशी दौरों में परिवार को साथ रखने की संभावना जताई थी, जिसे लेकर कई चर्चाएं थीं। लेकिन बीसीसीआई के सचिव ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान नीतियों में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है।

देवजीत सैकिया ने कहा, “बीसीसीआई मानता है कि इस मामले में कुछ नाराजगी या अलग-अलग राय हो सकती है, लेकिन हमारी नीतियों की महत्वाकांक्षा यह है कि वे सभी के हित के लिए लागू हों।”

नियमों में सुधार

भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद निर्देश जारी किया था कि विदेशी दौरों में खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने की अवधि को सीमित किया गया है। नियमों के अनुसार, 45 से अधिक दिन के दौरों में खिलाड़ी अधिकतम 14 दिन तक ही अपने परिवार को साथ ले सकते हैं।

विराट कोहली ने इस मामले पर अपने विचार व्यक्त किए और परिवार के साथ रहने की महत्वपूर्णता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “परिवार की भूमिका समझाना बहुत मुश्किल है। हर बार जब आप किसी तनावपूर्ण स्थिति में होते हो, तो अपने परिवार के पास वापस आना कितना महत्वपूर्ण होता है।”

इस समय, भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी और उनके परिवार के बीच यह मुद्दा गर्माहट और चर्चा का विषय बना हुआ है। बीसीसीआई के निर्णय का सामान्य मायने में टीम के किसी भी खिलाड़ी को उनके परिवार के साथ रहने की अवधि को सीमित करने का है।

खिलाड़ियों के साथ परिवार का साथ

विदेशी दौरों में खिलाड़ियों के परिवार को साथ लेकर जाने का नियम एक महत्वपूर्ण पहलू है जो खिलाड़ियों को अपने परिवार के साथ ज़्यादा समय बिताने का अवसर देता है। इसके माध्यम से खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है और वे दबावों का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं।

इस नियम के माध्यम से खिलाड़ियों का परिवार भी उनके संग कई अनुभवों का हिस्सा बन सकता है और उनके सफलता में उनका साथ देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। खिलाड़ियों के लिए यह एक प्रेरणास्त्रोत भी हो सकता है जो उन्हें अपने परिवार के साथ खुशी और संतुष्टि की अनुभूति कराता है।

नई दिशा

बीसीसीआई के निर्णय ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के लिए एक नई दिशा स्थापित की है जो उन्हें विदेशी दौरों में अपने परिवार के साथ समय बिताने का अवसर देती है। इससे न केवल खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि उनके परिवार का साथ देकर उनकी सुविधा और सामर्थ्य में भी वृद्धि होगी।

यह निर्णय भारतीय क्रिकेट खेल को न केवल रूझानी देगा, बल्कि खिलाड़ियों की उत्पाति पर भी प्रभाव डालेगा। खिलाड़ियों को अपने परिवार के साथ रहकर एक संतुलन स्थापित करने में मदद मिलेगी और उन्हें अधिक सकारात्मक माहौल में खेलने की सामर्थ्य मिलेगी।

समाप्ति

इस प्रकार, भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को विदेशी दौरों पर परिवार को साथ लेकर जाने का नियम एक महत्वपूर्ण कदम है जो उनके जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। यह निर्णय खिलाड़ियों के लिए न केवल खेल क्षेत्र में बल्कि उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन में भी महत्वपूर्ण है।

इससे न केवल खिलाड़ियों की स्थिति में सुधार होगा, बल्कि उनके परिवार का साथ देकर उनकी सुविधा और सामर्थ्य में भी वृद्धि होगी। इस नियम के माध्यम से खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है और वे दबावों का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं।

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